युवा आंदोलन के नेता बॉबी पवार टिहरी लोक सभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे, बॉबी पवार टिहरी सीट पर तीसरे नंबर पर आये है। तीसरे नंबर पर आने के बाद भी वह काफी उत्साहित है। नतीजों की रेस पर बॉबी का प्रदर्शन देखने लायक था। बॉबी ने शुरुआती दौर में कांग्रेस के गुनसोला को अपने करीब नहीं आने दिया।
बता दें कि बॉबी पंवार बेरोजगार युवाओं की वकालत कर चर्चा में आए थे। दो साल पहले परीक्षा में धांधली के मामलों में बॉबी पंवार ने युवाओं के अधिकारों की जोरदार पैरवी की थी। बॉबी पंवार ने कई आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिसके कारण सरकार को कई अहम फैसले लेने पड़े। पिछले साल मार्च में घंटाघर में हुए प्रदर्शन के बाद, पंवार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गये थे
हालांकि कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला को मैदान में उतारा था, लेकिन शुरुआती कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस टिहरी से बॉबी को अपना चेहरा बना सकती है। गुनसोला का जौनसार और आसपास के इलाकों में स्थानीय लोगों पर बहुत कम प्रभाव था। ऐसे में इसी इलाके से आने वाले बॉबी पंवार को इसका फायदा मिला। भाजपा प्रत्याशी के पहले इस्तान पर आने के बाद, बॉबी पंवार कई राउंड तक दूसरे नंबर पर रहे, लेकिन शहर के मतदाताओं ने बॉबी का समर्थन नहीं किया, जिसकी वजह से वह तीसरे इस्तान पर खिषक गए ! बॉबी को एक लोकप्रिय नेता के बराबर वोट मिले है ! (Bobby Panwar won even after losing the Lok Sabha seat dominated in Uttarkashi and Jaunsar)